Thursday, 15 August 2013

मैं यह सोचता हूँ
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पढ़ डाली सारी गीता और कुरान
पर 'अलिफ़' से रहा मैं अनजान

मुर्शिद ने अक्सर बतलाया मुझे
'इश्क-हकीकी'से बचा धर्म ईमान    

हम सब उसके ही बन्दे है ,भाई
राम रहीम से बना ये देश महान

रामकिशोर उपाध्याय 

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