मित्रो, आज नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जयंती हैं.मेरा शत -शत नमन उस भारत माँ के लाडले वीर को ... उन्ही को समर्पित एक मुक्तक.
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बेड़ियों में थी मातृभूमि,देख यही था उसको रोष,
मन था व्याकुल, भरा था उसकी भुजाओं में जोश ,
बना आज़ाद हिन्द सेना जिसने अंग्रेजो को ललकारा था,
वह था प्यारा,भारत माँ का दुलारा सुभाष चन्द्र बोस.
रामकिशोर उपाध्याय
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बेड़ियों में थी मातृभूमि,देख यही था उसको रोष,
मन था व्याकुल, भरा था उसकी भुजाओं में जोश ,
बना आज़ाद हिन्द सेना जिसने अंग्रेजो को ललकारा था,
वह था प्यारा,भारत माँ का दुलारा सुभाष चन्द्र बोस.
रामकिशोर उपाध्याय
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