सजदे कर लिए है
मगर ठिकाना नहीं मिला (१)
होठों पे तबस्सुम हैं
मगर सहारा नहीं मिला (२)
मौज़ो से उलझते हैं
मगर किनारा नहीं मिला (३)
दिल तो लुटा बैठे हैं
मगर इशारा नहीं मिला (४)
आंखे तो चुरा ली हैं
मगर शरारा नही मिला (५)
जीने की तमन्ना हैं
मगर बहाना नहीं मिला (६)
रामकिशोर उपाध्याय
No comments:
Post a Comment