समुन्दर से पूछा
कि कहा तक विस्तार
जहाँ तक
जहां तक हो तुम्हारी दृष्टि का प्रसार
यह शर्त
क्या मानव के दुखों के सागर पर भी लागू होगी ?
उत्तर शायद बुद्ध के पास भी नहीं होगा (1)
भंवर में
टूटती किश्ती से पूछा
कि किसने डुबो
नाविक
को लहरों की विशेषता का अज्ञान
और अकुशलता ने उलझाया
यह शर्त
क्या मानव की विश्वसनीयता पर भी लागू होगी ?
उदात्त लहरों
से पूछा कि वे कितनी क्यूँ अनियंत्रित
चन्द्रमा
की सोलह कलाओं की पूर्णता अभिव्यक्त
यह शर्त
क्या मानव की भावनाओं पर भी लागू होगी ?
(c)रामकिशोर उपाध्याय
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