Mera avyakta
Friday, 21 June 2013
एक मुक्तक
वो टूट गया सिलसिला
जब कली से फूल खिला
तन मन के टूटे तटबंध
जब नदी से सागर मिला
रामकिशोर उपाध्याय
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
View mobile version
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment