Thursday, 23 May 2013


हाइकु
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(१)
तप्त ह्रदय
शीतल हो फुहार
प्रेम अपार

(२)

चक्षु मिलन
अवनि की चादर
मधु यामिनी

(3)

 सिन्धु के पास
लहरे हैं उदात्त
नाविक गुम
 (4)

खोजी पथिक
निरन्तर प्रवास
लक्ष्य सुलभ

राम किशोर उपाध्याय

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