विचार का विचार
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विचार
कच्ची मिटटी होती हैं
संसार के चाक के पर घूमकर
और
लोगों की ईर्ष्या की आग की तपकर
सिद्धांत
सिद्ध-वाणी
का रूप धरते हैं
रामकिशोर उपाध्याय
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विचार
कच्ची मिटटी होती हैं
संसार के चाक के पर घूमकर
और
लोगों की ईर्ष्या की आग की तपकर
सिद्धांत
सिद्ध-वाणी
का रूप धरते हैं
रामकिशोर उपाध्याय
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