Thursday 14 February 2013

वैलेंटाइन डे 2013




बसंत में धरती ने
किया नए पत्तों और फूलों से श्रंगार
पीली सरसों और खिले गुलाब हज़ार
पर गुलाब एक
और रंग बेशुमार
लाल -
प्रतीक प्रेम का
गुलाबी-
शहद से विचार का
श्वेत -
अंतःकरण की शुद्धता का
आज प्रेम -दिवस पर
कर रहा हूँ अर्पण-
एक नहीं, दो नहीं
तीनों रंगों  के गुलाब
मित्रों! कर लेना स्वीकार
मेरे प्रति अपनी भावना के अनुसार
हो सके तो कर देना व्यक्त आभार
यह अगले वर्ष  14 फरवरी तक ही नहीं
मुझे प्राप्त होगा आपका 
एक अलभ्य शाश्वत उपहार।


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