......................................................जिंदगी
कुछ उजास सी
कुछ बिंदास सी
मगर....बिन तेरे
गुजरी उदास ही
यह अनबुझी प्यास सी............जिंदगी
*
रामकिशोर उपाध्याय
कुछ उजास सी
कुछ बिंदास सी
मगर....बिन तेरे
गुजरी उदास ही
यह अनबुझी प्यास सी............जिंदगी
*
रामकिशोर उपाध्याय
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