मित्रो,
फिल्म अभिनेता प्राण एक प्रेरक थे : एक श्रद्धांजलि
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कल हिंदी सिनेमा जगत के महान कलाकार प्राण कैलाशवासी हो गए. पुरे देश में अनेक लोग शोक में डूबे होंगे , कुछ नकली आंसू भी बहा रहे होंगे। परन्तु मुझे उन्होंने जो एक ज्ञान दिया, उसे मैंने पल्ले में बांध लिया और अमल आज भी कर रहा हूँ.
घटना उस समय की मैं कालेज का छात्र था 1974-75 में और एक दिन कालेज के लाइब्रेरी में एक फ़िल्मी पत्रिका में प्राण साहब का एक इंटरव्यू पढ़ा. उसमे प्राण जी ने कहा कि जब भी जीवन में सफलता की सीढ़ी चढो अपने से छोटे हर व्यक्ति का सम्मान करते चलो. क्यूंकि शिखर पर अधिक समय कोई समय नहीं ठहर सकता है,आपको उतरना ही होगा। उस समय आपका सम्मान बड़े लोग तो करेंगे नहीं , यही छोटे लोग आपको उन उतरती सीढ़ियों पर आपका सम्मान करते मिलेंगे, यदि आपने उन्हें सम्मान दिया है तो. वह व्यक्ति कितना सम्मान करते थे हर किसी का .
प्राण जी मैं कभी मिला तो नहीं परंतु उनके ये प्रकाशित शब्द मुझे एक असीम प्रेरणा दे गए . न जाने और कितने लोग प्रभावित हुए होंगे नहीं जानता।
प्राण जी आज नहीं हैं, मुझे बड़ा दुःख हुआ. उनके किरदार का सदैव कायल हूँ और रहूँगा . ईश्वर उनकी आत्मा को असीम शांति दे और वे प्रभु चरनों में स्थान पायें . उनको मेरी हर्दिक श्रद्धांजलि
रामकिशोर उपाध्याय
फिल्म अभिनेता प्राण एक प्रेरक थे : एक श्रद्धांजलि
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कल हिंदी सिनेमा जगत के महान कलाकार प्राण कैलाशवासी हो गए. पुरे देश में अनेक लोग शोक में डूबे होंगे , कुछ नकली आंसू भी बहा रहे होंगे। परन्तु मुझे उन्होंने जो एक ज्ञान दिया, उसे मैंने पल्ले में बांध लिया और अमल आज भी कर रहा हूँ.
घटना उस समय की मैं कालेज का छात्र था 1974-75 में और एक दिन कालेज के लाइब्रेरी में एक फ़िल्मी पत्रिका में प्राण साहब का एक इंटरव्यू पढ़ा. उसमे प्राण जी ने कहा कि जब भी जीवन में सफलता की सीढ़ी चढो अपने से छोटे हर व्यक्ति का सम्मान करते चलो. क्यूंकि शिखर पर अधिक समय कोई समय नहीं ठहर सकता है,आपको उतरना ही होगा। उस समय आपका सम्मान बड़े लोग तो करेंगे नहीं , यही छोटे लोग आपको उन उतरती सीढ़ियों पर आपका सम्मान करते मिलेंगे, यदि आपने उन्हें सम्मान दिया है तो. वह व्यक्ति कितना सम्मान करते थे हर किसी का .
प्राण जी मैं कभी मिला तो नहीं परंतु उनके ये प्रकाशित शब्द मुझे एक असीम प्रेरणा दे गए . न जाने और कितने लोग प्रभावित हुए होंगे नहीं जानता।
प्राण जी आज नहीं हैं, मुझे बड़ा दुःख हुआ. उनके किरदार का सदैव कायल हूँ और रहूँगा . ईश्वर उनकी आत्मा को असीम शांति दे और वे प्रभु चरनों में स्थान पायें . उनको मेरी हर्दिक श्रद्धांजलि
रामकिशोर उपाध्याय
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