tag:blogger.com,1999:blog-403696676053795641.post5039793428277550865..comments2023-09-27T08:38:30.305-07:00Comments on Mera avyakta: एक गीतिका मेरा अव्यक्त --राम किशोर उपाध्यायhttp://www.blogger.com/profile/00080083797613486257noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-403696676053795641.post-89422004676377348942014-10-24T21:07:28.084-07:002014-10-24T21:07:28.084-07:00मंजुल भटनागर जी इस आत्मीय सराहना के लिए ह्रदयतल से...मंजुल भटनागर जी इस आत्मीय सराहना के लिए ह्रदयतल से धन्यवाद मेरा अव्यक्त --राम किशोर उपाध्यायhttps://www.blogger.com/profile/00080083797613486257noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-403696676053795641.post-58803966305922842072014-10-24T11:16:45.120-07:002014-10-24T11:16:45.120-07:00जितना भरता उतना बह जाता,
मन का घट रीता ही रह जाता ...जितना भरता उतना बह जाता,<br />मन का घट रीता ही रह जाता |वाह बहुत सुन्दर रचना ,गहन चिंतन भाव लिए .मंजुल भटनागर मंजुल भटनागर https://www.blogger.com/profile/08251331220118304121noreply@blogger.com